बेटे की गोलीबारी पर मंत्री की सफाई- ‘गोली से नहीं पत्थर से घायल हुए लोग, जमीन कब्जाना चाहते थे दबंग’
लोगों पर फायरिंग करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो लोग जख्मी हुए हैं वो स्थानीय लोगों के पथराव से हुए हैं. मेरे बेटे ने गोली नहीं चलाई. उल्टा लोगों ने उसे दौड़ाकर, उसका हथियार छीना फिर उसके साथ बेरहमी से मारपीट की गई है. हमारी गाड़ी जो वो लेकर गया था उसमें भी तोड़फोड़ की गई है. पूरा विवाद जमीन को लेकर है, इसे दूसरे तरीके से तूल दिया जा रहा है.

हालांकि अब इस मामले ने अब सियासी रंग पकड़ लिया है. मंत्री जी इस विवाद को पुश्तैनी जमीन का विवाद बता रहे हैं. उनका कहना है कि स्थानीय दबंग लोग उस जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं. आए दिन कब्जे के लिए कभी खर-पतवार रख देते हैं. जब हमारे परिवार के लोगों को शिकायत मिली तो वो वहां गए उन लोगों ने उन पर हमला बोल दिया. बीच बचाव में हमारे लोगों ने भी जवाबी कार्रवाई की है.
फायरिंग से बच्चों के जख्मी होने खबर जैसे ही गांव में पहुंची अभिभावक भड़क गए. ग्रामीणों ने मिलकर मंत्री जी के बेटे और उनके कर्मियों को खदेड़कर पकड़ा और उनकी जमकर पिटाई कर दी. गुस्सा इतना भड़क गया कि पिटाई के बाद मंत्री जी की गाड़ी में भी तोड़फोड़ कर दी गई. पुलिस ने मौका-ए-वारदात से एक पिस्टल और एक राइफल जब्त किया है. जिसे ग्रामीणों ने छीन लिया था. बताया जा रहा है कि दोनों हथियार मंत्री साहब के बेटे के ही हैं.