भूकंप के बाद हिमखंड गिरने का खतरा बढ़ा
जिला मुख्यालय केलांग में पानी भरने के लिए अपनी बारी का इंतजार करती महिलाएं।
– फोटो : Kullu
पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
ख़बर सुनें
रोहतांग (लाहौल-स्पीति)। जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में भारी बर्फबारी के बाद दो दिनों से धूप खिली हुई है। इसके चलते नदी और नालों में हिमखंड गिरने की संभावना बढ़ गई है। ऐसे में जिला प्रशासन ने शाम पांच बजे के बाद वाहनों की आवाजाही बंद कर दी है।
लाहौल में शनिवार की रात को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। इससे गर्म धूप में हिमखंड गिरने का खतरा बना हुआ है। हालांकि शनिवार को मूलिंग से दालंग मैदान के बीच तीन से चार स्थानों पर हिमखंड गिरे थे। ऐसे में लाहौल-स्पीति प्रशासन ने वाहन चालकों को शाम पांच बजे तक अपने गंतव्य तक पहुंचने को कहा है। प्रशासन ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर केवल फॉर बाई फॉर वाहनों को ही जाने की अनुमति दी है। एसपी लाहौल-स्पीति मानव वर्मा ने सभी वाहन चालकों को शाम पांच बजे से पहले गंतव्य तक पहुंचने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि हिमस्खलन और भूकंप के झटके आने के कारण घाटी में शाम पांच बजे के बाद वाहनों की आवाजाही को बंद किया गया है। लोग आपातकालीन और सड़क संबंधी जानकारी के लिए जिला आपदा नियंत्रण कक्ष में संपर्क कर सकते हैं।
रोहतांग (लाहौल-स्पीति)। जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में भारी बर्फबारी के बाद दो दिनों से धूप खिली हुई है। इसके चलते नदी और नालों में हिमखंड गिरने की संभावना बढ़ गई है। ऐसे में जिला प्रशासन ने शाम पांच बजे के बाद वाहनों की आवाजाही बंद कर दी है।
लाहौल में शनिवार की रात को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। इससे गर्म धूप में हिमखंड गिरने का खतरा बना हुआ है। हालांकि शनिवार को मूलिंग से दालंग मैदान के बीच तीन से चार स्थानों पर हिमखंड गिरे थे। ऐसे में लाहौल-स्पीति प्रशासन ने वाहन चालकों को शाम पांच बजे तक अपने गंतव्य तक पहुंचने को कहा है। प्रशासन ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर केवल फॉर बाई फॉर वाहनों को ही जाने की अनुमति दी है। एसपी लाहौल-स्पीति मानव वर्मा ने सभी वाहन चालकों को शाम पांच बजे से पहले गंतव्य तक पहुंचने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि हिमस्खलन और भूकंप के झटके आने के कारण घाटी में शाम पांच बजे के बाद वाहनों की आवाजाही को बंद किया गया है। लोग आपातकालीन और सड़क संबंधी जानकारी के लिए जिला आपदा नियंत्रण कक्ष में संपर्क कर सकते हैं।
0 Comments