बड़वास पंचायत के चार गांवों में पानी की आपूर्ति बाधित है
ख़बर सुनना
सतौन (सिरमौर)। गिरिपार क्षेत्र की बड़वास पंचायत के चार गांवों के 30 परिवार एक महीने से पानी की बूंद-बूंद को तरस रहे हैं। ग्रामीणों को पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है जिससे ग्रामीणों में जलशक्ति विभाग के प्रति गहरा रोष बना हुआ है।
गुस्साए ग्रामीणों ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री हेल्प लाइन में भी की है। शिकायत के बाद विभाग ने बुधवार को पानी की आपूर्ति सुचारु करने का दावा किया था लेकिन ग्रामीणों को फिर से पानी नहीं मिला है जिससे ग्रामीणों में भारी रोष पनप गया है। पानी की आपूर्ति न होने से ग्रामीण पानी के टैंकर मंगवाकर अपनी और मवेशियों की प्यास बुझा रहे हैं। इस कार्य में उन्हें भारी आर्थिक नुकसान भी हो रहा है।
ग्रामीण सतीश चौहान, अय्यर सिंह, दलीप सिंह, दीप चंद, चंद्र सैन, जगत सिंह, मनोज कुमार आदि ने बताया कि बड़वास पंचायत के पिययी धार, चानूर, सुरेन, बिड़पत आदि गांव में पानी की सप्लाई एक महीने से बाधित है। एक दिन पानी आता है और एक सप्ताह बंद रहता है। गांवों को डेटियार से उठाऊ पेयजल स्कीम के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जाती है। यह स्कीम अक्सर खराब रहता है। विभागीय अधिकारी कभी पंप तो कभी मोटर की खराबी बता कर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं।
उन्होंने बताया कि वह महंगे दामों पर पानी के टैंकर मंगवा रहे हैं। कई-कई बार पानी के टैंकर मंगवा लिए गए हैं लेकिन विभाग अभी तक समस्या का समाधान नहीं कर पाया है। उन्होंने बताया कि विभाग के अधिकारियों ने बुधवार को पानी की आपूर्ति करने का दावा किया है। जबकि उन्हें पानी की बूंद तक नसे नहीं हुई है। जल शक्ति विभाग के कनिष्ठ अभियंता वीरेंद्र शर्मा ने कहा कि योजना को दुरुस्त कर दिया गया है। पानी की आपूर्ति की जा रही है।
सतौन (सिरमौर)। गिरिपार क्षेत्र की बड़वास पंचायत के चार गांवों के 30 परिवार एक महीने से पानी की बूंद-बूंद को तरस रहे हैं। ग्रामीणों को पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है जिससे ग्रामीणों में जलशक्ति विभाग के प्रति गहरा रोष बना हुआ है।
गुस्साए ग्रामीणों ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री हेल्प लाइन में भी की है। शिकायत के बाद विभाग ने बुधवार को पानी की आपूर्ति सुचारु करने का दावा किया था लेकिन ग्रामीणों को फिर से पानी नहीं मिला है जिससे ग्रामीणों में भारी रोष पनप गया है। पानी की आपूर्ति न होने से ग्रामीण पानी के टैंकर मंगवाकर अपनी और मवेशियों की प्यास बुझा रहे हैं। इस कार्य में उन्हें भारी आर्थिक नुकसान भी हो रहा है।
ग्रामीण सतीश चौहान, अय्यर सिंह, दलीप सिंह, दीप चंद, चंद्र सैन, जगत सिंह, मनोज कुमार आदि ने बताया कि बड़वास पंचायत के पिययी धार, चानूर, सुरेन, बिड़पत आदि गांव में पानी की सप्लाई एक महीने से बाधित है। एक दिन पानी आता है और एक सप्ताह बंद रहता है। गांवों को डेटियार से उठाऊ पेयजल स्कीम के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जाती है। यह स्कीम अक्सर खराब रहता है। विभागीय अधिकारी कभी पंप तो कभी मोटर की खराबी बता कर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं।
उन्होंने बताया कि वह महंगे दामों पर पानी के टैंकर मंगवा रहे हैं। कई-कई बार पानी के टैंकर मंगवा लिए गए हैं लेकिन विभाग अभी तक समस्या का समाधान नहीं कर पाया है। उन्होंने बताया कि विभाग के अधिकारियों ने बुधवार को पानी की आपूर्ति करने का दावा किया है। जबकि उन्हें पानी की बूंद तक नसे नहीं हुई है। जल शक्ति विभाग के कनिष्ठ अभियंता वीरेंद्र शर्मा ने कहा कि योजना को दुरुस्त कर दिया गया है। पानी की आपूर्ति की जा रही है।