अमर उजाला नेटवर्क, शिमला
Updated Tue, 12 Jan 2021 10:36 PM IST
दुल्हन के बिलास में दी पति को अंतिम विदाई। – फोटो : अमर उजाला
पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
ख़बर सुनें
ख़बर सुनें
शिमला पुलिस के त्वरित प्रक्रिया दल (क्यूआरटी) में बतौर कांस्टेबल तैनात वीरेंद्र कुमार का मंगलवार को पैतृक गांव कांगड़ा के मुल्थान में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान पत्नी ने दुल्हन के लिबास में सजकर मृतक पति को अंतिम विदाई दी। इस दौरान पुलिस जवानों ने वीरेंद्र की पत्नी को तिरंगा भेंट किया। पुलिस अधीक्षक मोहित चावला ने बताया कि एक युवा ऊर्जावान साथी को खो दिया है। उनके परिवार की हरसंभव मदद की जाएगी। वीरेंद्र पुत्र हरी राम गांव मल्लहां डाकघर मुल्थान जिला कांगड़ा के रहने वाले थे।
उल्लेखनीय है कि छह जनवरी को रात ग्यारह बजे क्यूआरटी टीम अलग-अलग गाड़ियों में ढली से कुफरी के बीच बर्फ में यातायात नियंत्रण ड्यूटी पर रवाना की गई थी। चीनी बंगला सड़क से बर्फ जमने के कारण वाहन फिसलकर लुढ़क गया था। हादसे में तीन जवान घायल हुए थे। इसमें वीरेंद्र कुमार को गंभीर चोटें आई थीं। आईजीएमसी में जवान की सोमवार सुबह मौत हो गई थी। मंगलवार को डीएसपी बैजनाथ के नेतृत्व में पुलिस टीम ने परिवार से मुलाकात की और जवान को सलामी दी।
पिछले साल पिता की हो गई मौत वीरेंद्र का परिवार काफी गरीब है। चार भाई हैं। पिता की पिछले साल मौत हो गई है। मां बीमार रहती हैं। उसका एक सवा साल का बेटा है।
शिमला पुलिस के त्वरित प्रक्रिया दल (क्यूआरटी) में बतौर कांस्टेबल तैनात वीरेंद्र कुमार का मंगलवार को पैतृक गांव कांगड़ा के मुल्थान में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान पत्नी ने दुल्हन के लिबास में सजकर मृतक पति को अंतिम विदाई दी। इस दौरान पुलिस जवानों ने वीरेंद्र की पत्नी को तिरंगा भेंट किया। पुलिस अधीक्षक मोहित चावला ने बताया कि एक युवा ऊर्जावान साथी को खो दिया है। उनके परिवार की हरसंभव मदद की जाएगी। वीरेंद्र पुत्र हरी राम गांव मल्लहां डाकघर मुल्थान जिला कांगड़ा के रहने वाले थे।
उल्लेखनीय है कि छह जनवरी को रात ग्यारह बजे क्यूआरटी टीम अलग-अलग गाड़ियों में ढली से कुफरी के बीच बर्फ में यातायात नियंत्रण ड्यूटी पर रवाना की गई थी। चीनी बंगला सड़क से बर्फ जमने के कारण वाहन फिसलकर लुढ़क गया था। हादसे में तीन जवान घायल हुए थे। इसमें वीरेंद्र कुमार को गंभीर चोटें आई थीं। आईजीएमसी में जवान की सोमवार सुबह मौत हो गई थी। मंगलवार को डीएसपी बैजनाथ के नेतृत्व में पुलिस टीम ने परिवार से मुलाकात की और जवान को सलामी दी।
पिछले साल पिता की हो गई मौत
वीरेंद्र का परिवार काफी गरीब है। चार भाई हैं। पिता की पिछले साल मौत हो गई है। मां बीमार रहती हैं। उसका एक सवा साल का बेटा है।
अमर उजाला नेटवर्क, शिमला Updated Sun, 17 Jan 2021 02:12 AM IST निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर कहीं भी, कभी भी। *Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP! Read more…
0 Comments