दिल्ली: अपने गांव का नाम भी नहीं बता पा रही थी युवती, एसआई योगेंद्र की सूझबूझ से परिजनों तक पहुंची
एसआई योगेंद्र कुमार
– फोटो : अमर उजाला
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मनोचिकित्सक भी युवती से उसके परिजनों के बारे में कुछ पूछ नहीं पाए। युवती की बोलने की भाषा से एसआई योगेंद्र युवती के परिजनों तक पहुंच गए। उन्होंने युवती को नोएडा में रहने वाले उसके मामा के हवाले कर दिया है। परिजन एसआई योगेंद्र कुमार का धन्यवाद करते नहीं थक रहे हैं।
नई दिल्ली जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार मंगलवार सुबह साढ़े नौ बजे पीसीआर वैन ने 100 नंबर पर कॉल कर सूचना दी थी कि एक युवती की मानसिक हालत ठीक नहीं लग रही है और वह लावारिस हालत में खान मार्केट में घूम रही है।
सूचना के बाद तुगलक रोड थानाध्यक्ष गोविंद चौहान के निर्देश पर एसआई योगेंद्र कुमार व महिला एसआई कामिनी मौके पर पहुंची। युवती को मेडिकल जांच के लिए आरएमएल अस्पताल ले जाया गया।
वहां उसकी मेडिकल जांच व काउंसिलिंग कराई गई। युवती की मानसिक हालत इस कदर खराब थी कि आरएमएल में मनोचिकित्सक भी युवती से कुछ नहीं पूछ पाए। युवती को तुगलक रोड थाने ले जाया गया। यहां पर उसे खाना खिलाया गया।
एसीपी चाणक्यपुरी प्रज्ञा आनंद ने टीम को युवती को परिजनों को तलाशने के लिए कहा। एसआई योगेंद्र ने युवती के परिजनों को ढूंढने का जिम्मा संभाला। करीब तीन घंटे तक बात करने के बाद युवती कुछ नहीं बता पाई। युवती अपना नाम रिशा बता रही थी।
युवती के पर्स से डीटीसी के कुछ टिकट मिले। टिकटों के आधार पर पुलिस डीटीसी बसों तक पहुंची, मगर यहां से भी युवती के परिजनों के बारे में कुछ पता नहीं लगा। तभी युवती की बोली से एसआई योगेंद्र कुमार को पता लगा कि बिहार की हो सकती है। युवती बिहार में शेखपुरा जिले का नाम बता रही थी। एसआई योगेंद्र कुमार ने शेखपुरा जिले में कई थाना पुलिस से युवती के गायब होने के बारे में पूछा।
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