दिल्लीः अब संजय झील और जसोला पार्क में मृत मिले बत्तख-कौवे, मयूर विहार में हो चुकी है 200 से ज्यादा कौवों की मौत
पार्क को सैनिटाइज करता कर्मी और संजय झील में मृत बतख व जसोला पार्क में बीमार कौवा
– फोटो : अमर उजाला
पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
ख़बर सुनें
पशु पालन विभाग अधिकारी डॉ. अरुण कुमार ने बताया कि हमने मृत पक्षियों के सैंपल ले लिए जिसे लैब में जांच के लिए भेजेंगे। हमारे स्टाफ पीपीई किट पहनकर ही पक्षियों को दफनाते हैं। हम उस स्थल पर तुरंत पहुंचते हैं जहां समस्या आती है। गौरतलब है कि आधिकारिक आंकड़ों में तो मयूर विहार में 20 कौवे मरे हैं लेकिन स्थानीय निवासियों के अनुसार यह संख्या 200 के पार पहुंच चुकी है।
We take samples from dead birds & send them to laboratories for examination. The staff wears PPE kits while burying the dead birds. We reach the spot immediately if any problem persists: Dr Arun Kumar, Animal Husbandry Dept on reports of dead ducks & crows in Sanjay Lake in Delhi pic.twitter.com/wOj5naPXcB
— ANI (@ANI) January 9, 2021
एक सप्ताह से मर रहे थे कौवे, शुक्रवार को पहुंची विशेषज्ञों की टीम
मयूर विहार के सेंट्रल पार्क में मृत कौवों के मिलने की घटना में लापरवाही का मामला भी सामने आया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कौवों के मरने की घटना पिछले एक सप्ताह से हो रही है। इसकी शिकायत भी स्थानीय प्रशासन से आम लोगों ने की थी।
बावजूद इसके अधिकारी शुक्रवार को मौके पर पहुंच सके। दूसरी तरफ कौवों की मौत व बर्ड फ्लू की आशंका के बीच शुक्रवार को गाजीपुर मंडी में भी निगरानी के लिए पांच सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया। कमेटी बाजार में होने वाली गतिविधियों पर नजर रखेगी।
मयूर विहार फेज-तीन में स्थानीय लोगों ने बताया कि पार्क में कौवों की संख्या अधिक होने के कारण इस पार्क को कौवा वाला पार्क कहा जाता है। पिछले एक सप्ताह से पार्क में कौवे की मौतें हो रही हैं। इससे लोगों ने बर्ड फ्लू फैलने की आंशका जताई। इसे देखते हुए पार्क को करीब एक सप्ताह पहले ही बंद कर दिया गया। रोजाना सैर करने वाले वाले इस वक्त पार्क में नहीं आते हैं।
स्थानीय निवासी मयंक श्रीवास्तव के अनुसार, प्रतिदिन सुबह यहां मृत कौवे मिल रहे हैं। इसको देखते हुए पार्क के कर्मचारियों को भी शिकायत की गई थी। मयंक का दावा है कि अभी तक करीब 200 कौवे मर चुके हैं। इनको पार्क में ही एक किनारे पर दफना दिया गया है। दूसरी तरफ पार्क के माली मनीष कुमार ने बताया कि कौवों के मरने की जानकारी निगम प्रशासन को दी गई है। साथ ही यह भी बताया गया है कि कौवों को कहां दफनाया गया है।
[ad_2]
Source link
0 Comments